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स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भाजपा के चार विधायकों ने दिया पार्टी से इस्तीफा चार और विधायक छोड़ सकते हैं पार्टी

स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भाजपा के चार विधायकों ने दिया पार्टी से इस्तीफा रोशन लाल वर्मा भी शामिल


Chief Editor Raghavandr Pratap Singh 

उत्तर प्रदेश में चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। बताया जा रहा है कि मौर्य काफी समय से असंतुष्ट चल रहे थे। अब चुनाव से ठीक पहले उन्होंने पाला बदलते हुए एक लेटर जारी किया और इस्तीफे की वजहों का जिक्र किया है। यूपी की राजनीति में दलितों के बीच अच्छी पकड़ रखने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य कभी मायावती के बेहद करीबी थे। मौर्य ने एक बार फिर अपना ठिकाना बदलते हुए ट्विटर पर लिखा कि दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों और छोटे-लघु व मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर अपेक्षा की वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है। मौर्य योगी सरकार में श्रम, सेवायोजन एवं समन्वय मंत्री थे।


शाहजहांपुर से मिली सूचना के अनुसार, रोशन लाल वर्मा ने भाजपा पर दलितों, पिछड़ों और वंचितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए त्यागपत्र दिया है। वर्मा ने कहा, मैंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। मैं स्‍वामी प्रसाद मौर्य के साथ रहूंगा। उन्होंने कहा, हम लोगों की शिकायतें उठाते थे तो उन्हें नहीं सुना जाता था, हमें नहीं सुना जाता था। हमने मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा, मैं सपा में शामिल हो रहा हूं। वर्मा ने कहा, भाजपा नीत सरकार में दलित व पिछड़े अल्पसंख्यक कमजोर लोगों की लगातार उपेक्षा हो रही थी। बेरोजगारी बढ़ी है। वर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार दिखा रही है कि रोजगार दिए गए हैं जबकि यह सब फर्जी है, इसी से क्षुब्ध होकर उन्होंने पार्टी छोड़कर सपा का दामन थामा है।विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शुरू हुए इस्तीफे का दौर अब बढ़ता जा रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद तीन और विधायकों के पार्टी से इस्तीफा दे दिया है इसके बाद कई और विधायकों के नाम चर्चा में आए हैं जो पार्टी छोड़ सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के चार और ऐसे विधायक हैं जो पार्टी छोड़ सकते हैं। इनमें ममतेश शाक्य, विनय शाक्य, धर्मेन्द्र शाक्य ओर नीरज मौर्य का नाम चल रहा है। हालांकि अभी इन नामों पर पूरी तरह पुष्टि नहीं हो पाई है।


स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल को भेजा इस्तीफा योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर यह जानकारी दी। मौर्य ने अपने पत्र में कहा, महोदय, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन एवं समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों और विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है लेकिन दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण यूपी के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे।