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होटल के पास मिला संदिग्ध अवस्था में युवक का शव परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना अंतिम संस्कार की तैयारी

होटल के पास मिला संदिग्ध अवस्था में युवक का शव परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना अंतिम संस्कार की तैयारी


चीफ एडिटर राघवेन्द्र प्रताप सिंह

शाहजहांपुर जलालाबाद के मोहल्ला मदननगर निवासी योगेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू जलालाबाद में ही रेडीमेड दुकान पर काम कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनके दो पुत्र केतन मिश्रा और ऋषभ मिश्रा व एक पुत्री आयुषी है जिसमें केतन और आयुषी की शादी हो चुकी है। केतन और ऋषभ (24) दिल्ली एनसीआर में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं।ऋषभ गाज़ियाबाद के एक निजी अस्पताल में वार्डब्वॉय की नौकरी कर रहा था। गाज़ियाबाद में ही उसकी जान पहचान लाल कुआं निवासी एक एम्बुलेंस चालक से हो गई। ऋषभ उस एम्बुलेंस चालक के परिवार के साथ किराया देकर रहने लगा। ऋषभ के पिता ने बताया कि साथ रहते रहते मेलजोल बढ़ा तो ऋषभ का एम्बुलेंस चालक से पैसों का लेन देन शुरू हो गया। 16 दिसंबर को ऋषभ ने पिता को फोन कर बताया कि उसका लगभग डेढ़ लाख रुपया एम्बुलेंस चालक पर बकाया है। मांगने पर टालमटोल कर देता है आप जरूरी काम बता कर पैसे के लिए कहो। पिता के द्वारा पैसे मांगने पर एम्बुलेंस चालक ने 10-15 दिन में पैसे लौटा देने का वादा कर दिया।


उसके दो दिन बाद एम्बुलेंस चालक का फोन आया और उसने बताया कि ऋषभ की तबीयत खराब होने पर उसने ऋषभ को दवा दिलाकर घर वापसी के लिए बस पर बिठा दिया है। देर रात तक परिजन ऋषभ का इंतेजार करते रहे लेकिन ऋषभ घर वापस नही आया और न ही फोन पर कोई सम्पर्क हो सका। रात लगभग 12 बजे एक फोन आया, फोन करने वाले ने बताया कि वह जरीनपुर चौराहा स्थित होटल का मालिक बोल रहा है उसके होटल के सामने एक युवक जो अपना नाम ऋषभ बता रहा है पड़ा हुआ है। उसने ही फोन करने को कहा है आप लोग जल्दी आकर युवक को ले जाओ।